SOCIETY'S LOAN:
A SALIENT FEATURE
There are three types of loan, as described, are being sanctioned to its eligible members
Government Employees (Urban) Co-op. Thrift & Credit Society Ltd. is having its registered office at 159-160-161, Cycle Market, Jhandewalan Extn., New Delhi-110055. The registration number is 313/S. The Society is functioning from the said place.
Society's main aim is to help its members by giving loans to purchase household articles etc. The Society is looking forward to grow stronger and work more efficiently and dedicatedly for the cause of its members.
आपकी कार्यकारिणी अपने सदस्यों को अन्य बैंकिंग संस्थाओं तथा सहकारी संस्थओं से अलग दिखने के लिए विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चलाती है जिसके विषय में विस्तार से जानकारी संस्था के वेबसाइट से ली जा सकती है.
Read Moreगवर्नमेंट एम्प्लायज (अर्बन) को-आपरेटिव थ्रिफ्ट एन्ड क्रेडिट सोसाइटी, दिल्ली के महासचिव के रूप में सोसाइटी के सम्मानित सदस्यों को यह सूचित करते हुये अत्यन्त ही हर्ष की अनुभूति हो रही है कि आप सभी सदस्यों के सक्रिय सहयोग, प्रबन्ध समिति एवम कर्मचारियों के कठिन परिश्रम के परिणाम स्वरुप हमारी यह सोसाइटी जिसकी स्थापना 29 दिसम्बर 1967 को कुछ दूरदृष्टा वरिष्ठ साथियों द्वारा की गई थी आज वह अपने पचास वर्ष पूर्ण कर चुकी है
Read Moreगवर्नमेंट एम्प्लायज (अर्बन) को-आपरेटिव थ्रिफ्ट एन्ड क्रेडिट सोसाइटी, दिल्ली के महासचिव के रूप में सोसाइटी के सम्मानित सदस्यों को यह सूचित करते हुये अत्यन्त ही हर्ष की अनुभूति हो रही है कि आप सभी सदस्यों के सक्रिय सहयोग, प्रबन्ध समिति एवम कर्मचारियों के कठिन परिश्रम के परिणाम स्वरुप हमारी यह सोसाइटी जिसकी स्थापना 29 दिसम्बर 1967 को कुछ दूरदृष्टा वरिष्ठ साथियों द्वारा की गई थी आज वह अपने पचास वर्ष पूर्ण कर चुकी है I मुझे गर्व है कि जिस सोसाइटी ने अपना कार्य कलाप डलहौजी रोड के एक किराये के कमरे से आरम्भ किया था आज उसी सोसाइटी के पास झंडेवालान ऑफिस काम्प्लेक्स में स्वयं के चार पूर्णत: वातानुकूलित, कम्पुटराइजड सुसज्जित कार्यालय है, जहाँ सोसाइटी सुविधापूर्वक अपने स्वयं के संसाधनों से निरन्तर प्रगति कर रही है I
यह कहना उचित होगा कि 50 वर्ष पूर्व सोसाइटी की स्थापना जिन निष्ठावान व्यक्तियों ने वर्ष 1967 में की थी उस समय उन लोगों ने शायद ही कल्पना की होगी कि सोसाइटी भविष्य में स्वर्णजयंती वर्ष तक पहुच पायेगी, परन्तु आज हम गर्वान्न्वित है कि हम सभी के लग्न, निष्ठापूर्वक, कठिन परिश्रम के कारण सोसाइटी उत्तरोत्तर प्रगति करती हुई सफलता के उत्तुंग शिखर पर तो पहुँच ही गई साथ ही दिल्ली की अन्य सहकारी समितियों के लिये एक उदाहरण बन चुकी है I हमारी सोसाइटी के निष्पक्षतापूर्ण एवम पारदर्शी,कार्यकलाप के कारण ही दिल्ली सरकार के सहकारिता विभाग द्वारा तीन बार सर्वश्रेष्ठ सोसाइटी के पुरष्कार से तथा सोसाइटी के महासचिव, कोषाध्यक्ष एवम अध्यक्ष को भी सहकारिता के क्षेत्र में उनके कुशल नेतृत्व एवम श्रेष्ठ प्रबंधन के लिये सम्मानित किया जा चुका है I
प्रसन्नता के इस अवसर पर मै उनपूर्व एवम वर्तमान सदस्यों को हृदय की गहराइयों से धन्यवाद देता हूँ जो इस सोसाइटी के विकास और प्रगति के साथ जुड़े हैं, जिनकी प्रातिबद्धता,समर्थन, विश्वास के संबल के बिना हम इस सफलता को प्राप्त नहीं कर पाते I
जैसा कि आप को ज्ञात ही है कि सोसाइटी अपनी सफलता के इस पचास वर्ष को स्वर्णजयंती समारोह के रूप में मनाना चाहती है, और इस विषय पर विगत आमसभा के लिये जारी सूचना प्रपत्र (पुस्तिका) में सूचित किया गया था साथ ही वार्षिक आमसभा में समारोह के लिये तालकटोरा हाल के बुकिंग की सूचना दी गई थी, किन्तु विषम आर्थिक परिस्थितियों एवम अपेक्षित महत्वपूर्ण अतिथियों की निर्धारित तिथियों पर अनुपलब्धता के कारण न चाहते हुये भी इस समारोह को आगामी वित्त वर्ष के लिये स्थगित करना पड़ रहा है I परन्तु मै अपने प्रबन्ध समिति के सदस्यों के साथ आप को यह आश्वासन देता हूँ कि निकट भविष्य में इस समारोह को भव्यता पूर्ण तरीके से आयोजित किया जायेगा जिसकी सूचना आप सभी को प्रेषित की जाएगी I इसके लिये आप सभी सदस्यों से आप के सक्रिय सहयोग की अपेक्षा है I सोसाइटी की प्रबन्ध समिति का यह स्पष्ट मत है कि इस समारोह को आयोजित करने के कारण सोसाइटी पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ना चाहिए, जिसके लिये आप सभी सदस्यों से विनम्रतापूर्वक अनुरोध है कि अपने प्रयासों और सम्बन्धो का उपयोग करते हुये समारोह के लिये प्रायोजक (स्पोन्सर), प्रमोटर,एवम स्मारिका (सोवेनियर) हेतु विज्ञापन इत्यादि कि व्यवस्था करवाने का प्रयास करें जिससे हम एक प्रभावी, भव्य, एवम यादगार समारोह का आयोजन कर सके I
अन्तत: आप सभी सदस्यों को एकबार पुनः बधाई देते हुये उस सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि भविष्य में हमारे प्रयसों को पूरा करने की क्षमता एवम सामर्थ्य प्रदान करे I
आप के सहयोग की अपेक्षा में, आप का अपना
सुरेन्द्र कुमार शर्मा
आपकी कार्यकारिणी अपने सदस्यों को अन्य बैंकिंग संस्थाओं तथा सहकारी संस्थओं से अलग दिखने के लिए विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चलाती है जिसके विषय में विस्तार से जानकारी संस्था के वेबसाइट से ली जा सकती है.
आज वैश्विक स्तर पर महिला सशक्तिकरण की बात की जा रही है. मैं आपको आपकी संस्था द्वारा इस दिशा में हो रही प्रगति के विषय पर बात करूंगा. इससे यह प्रमाणित होगा कि हम प्रगतिशील विचारों के पक्षधर हैं न कि लकीर के फ़क़ीर.
पुरातन काल में हमें कभी भी नारी सशक्तिकरण की बात नहीं करनी पड़ती थी किन्तु कालांतर में भारत वर्ष में महिलाओ की स्थिति किसी न किसी कारण से विकास के सभी क्षेत्रों में गिरने लगी. इसके उन्नयन के लिए भारत सरकार की ओर से कई प्रयास किये गए किन्तु राजनीतिक ऊठापटक के कारण हम किसी नतीजे पर नहीं पहुँच पा रहे थे. इन सभी कठिनाइयों को दूर करते हुए आज की सरकार ने नारी शक्ति वन्दन अधिनियम, २०२३ संसद से पारित करवा लिया.
सरकार ने बालिका के जन्म से लेकर वृद्ध माता तक, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से लेकर सुकन्या समृद्धि योजना तक, तीन तलाक को दंडनीय बनाने से लेकर महिलाओं के प्रति अपराधों के लिए कानूनी प्रावधानों को कड़ा करने तक नारी शक्ति वंदन की पूरी शृंखला चलाकर पहले यह सुनिश्चित किया कि मिलने वाले अवसरों का लाभ उठाने के लिए महिलाएं सक्षम और समर्थ हों। सामाजिक और आर्थिक, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त करने के बाद इस सारी पृष्ठभूमि पर एक ध्वज की तरह स्थापित हुआ है नारी शक्ति वंदन अधिनियम, जो महिलाओं को राजनीतिक तौर पर भी सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस अधिनियम को पुष्टि देने वाली, महिलाओं को सामाजिक, कानूनी, मनोवैज्ञानिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने वाली केंद्र सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.
आदरणीय सदस्यों को यह बताते हुए मुझे हर्ष हो रहा है कि केंद्र सरकार ने जैसे जैसे योजनाएं बनाई वैसे वैसे आपकी कार्यकारिणी ने उसे लागू किया.
आज आपके संस्था की स्थिति निम्नांकित है:
1. कुल सदस्य संख्या 8095 जिसमें महिला सदस्यों की संख्या 2363 (29%)
2. कुल 333 मेधावी छात्र/ छात्राओं को सम्मानित किया गया जिनमें 146 छात्राएं पुरस्कृत हुईं (44%).
3. वर्ष 2017 से प्रारम्भ बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अंतर्गत अब तक 135 लडकियों को उनके जन्म पर सम्मानित किया गया.